किसानो के रकबा खसरा फर्जी तरीके से चढ़ाकर पंजीयन कर धान बेचा गया है। और गंभीर अनियमितता बरती गई
सेवा सहकारी समिति केंदा में हुआ फर्जी पंजीयन,क्या तहसील ऑपरेटर या समिति प्रबंधक कौन हैं जिम्मेदार?
बिलासपुर – बेलगहना तहसील अंतर्गत आने वाले सेवा सहकारी समिति मर्यादित केंदा में फर्जी रकबा पंजीयन का बड़ा मामला सामने आया हैं
किसानों के नाम पर रकबा बढ़ोतरी कर फर्जी पंजीयन जैसे घोर लापरवाही किया गया हैं
वर्ष 2023-24 में किसान कोड TF4001610101424 ज्ञानसिंह खुसरो , के नाम पर 200 क्विंटल धान अन्य किसानो के रकबा खसरा फर्जी तरीके से चढ़ाकर पंजीयन कर धान बेचा गया है। और गंभीर अनियमितता बरती गई है। समिति प्रबंधक सुरेंद्र गुप्ता द्वारा किसानों के नाम से फर्जी रकबा पंजीयन जैसे घोर लापरवाही किया गया हैं? और फर्जी रकबा बढ़ोतरी सरकार को लाखों रूपये का क्षति पंहुचा रहा हैं।
आपको बता दें समिति प्रबंधक द्वारा जानबूझ कर फर्जी रकबा पंजीयन में धान खरीदी किया गया, क्योंकि धान खरीदी समय ऋण पुस्तिका से रखबा मिलान कर धान खरीदी किया जाने का कलेक्टर द्वारा आदेश जारी किया गया था, बावजूद भीं केंदा प्रबंधक सुरेंद्र गुप्ता द्वारा धान खरीदी किया गया हैं
क्या कहतें हैं समिति प्रबधक गुप्ता
ज़ब मिडिया टीम नें उक्त विषय के बारे में सुरेंद्र गुप्ता से जानना चाहा तो गोल मोल जवाब देते हुए फर्जी रकबा पंजीयन का आरोप तहसील कार्यालय के ऊपर थोपा गया।