छत्तीसगढ़बिलासपुर

वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में रियायत देने को लेकर DRM को सौपा ज्ञापन-: संजीव शुक्ला युवक कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता

वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में रियायत देना बोझ है तो मंत्रियों ,विधायकों ,सांसदों, रेलवे अफसरों को भी रियायत आरक्षण और vip कोटा देना बन्द करो

बिलासपुर-; आज दिनांक 28 जुलाई को वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट में रियायत सुविधा जो पिछले 2 साल से केंद्र सरकार द्वारा बंद कर दी गई है उसे पुनः प्रारंभ कराने युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव शुक्ला के नेतृत्व में युवा कांग्रेस के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा DRM डिविज़नल रेलवे मैनेजर को ज्ञापन सौंपा।
युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजीव शुक्ला ने बताया कि पुरुष 60 वर्ष या अधिक उम्र एवं महिला 58 वर्ष या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को रेल टिकट किराया में महिला को 50% एवं पुरुष को 40% की रियायत की सुविधा थी परंतु 20 मार्च सन 2020 से कोरोना व लॉकडाऊन का हवाला देते हुए केंद्र सरकार व रेलवे मंत्रालय ने इसे बंद कर दिया था पर अब सारी गाइडलाइंस खत्म होने व सभी स्पेशल ट्रेन के टैग हटाने के बावजूद केंद्र सरकार द्वारा वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकार व सुविधा रियायत व्यवस्था चालू नही की जा रही है और अभी संसद सत्र दौरान रेलवे मंत्री ने इस मांग को मानने से इंकार कर दिया है पर वहीं दूसरी तरफ मंत्री ,विधायक ,सांसद रेलवे अधिकारी अपने आरक्षण ,रियायत का लाभ कोरोना काल मे भी और अभी भी निरंतर ले रहे है और वरिष्ठ नागरिकों को यह सुविधा देंना केंद्र में बैठी मोदी सरकार व उनके मंत्रियों को बोझ लग रहा है।
क्या वरिष्ठ नागरिक अब केंद्र सरकार के लिए बोझ हैं?? अगर नही तो उनके अधिकारों और सुविधाओं से उनको वंचित न रखा जाए या फिर देश के सभी विधायक, मंत्री , सांसद भी अपनी सुविधाओं व रेलवे द्वारा आरक्षण व vip कोटा सब का परित्याग करें।
संजीव शुक्ला ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि केंद्र सरकार वरिष्ठ नागरिकों को उनके अधिकार व सुविधा जल्द न दी गई तो उग्र प्रदर्शन किया जावेगा। प्रदेश के सभी भाजपा सांसदों का घेराव किया जाएगा।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संजीव शुक्ला ,पार्षद व mic सदस्य रितेश त्रिपाठी, पार्षद अनवर हुसैन, शहर कांग्रेस सचिव अरुण सिंह ,सतीश सिंह ठाकुर,आदित्य उपध्याय, सजल शर्मा,अविजित त्रिपाठी, कुणाल आसरा, नदीम स्लाट,अरबाज़ खान,एवं अन्य नेतागण उपस्थित थे।