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भारत की हिंगोरा कंपनी के दावे से बैकफुट पर जर्मनी?

भारत की हिंगोरा कंपनी के दावे से बैकफुट पर जर्मनी?

(पत्रकार जावेद अख्तर की रिपोर्ट)


जावेद अख्तर…रायपुर। भारत में स्थापित एवं विगत कई वर्षों से मेडिकल के क्षेत्र में जाना माना नाम तेज़ी से लोकप्रिय और काफी पुरानी “हिंगोरा”, जोकि विगत लगभग 52 वर्षों से मेडिकल क्षेत्र में भरोसेमंद नाम तथा परिवार भी है। कंपनी की संस्थापक अर्शी हिंगोरा ने बताया कि हिंगोरा अब कॉस्मेटिक के क्षेत्र में “हिंगोरा बॉडी हाउस” नाम से अपने ब्रांड को लांच करने जा रहा है। जिसके पेटेंट के विरुद्ध जर्मनी की एक इगोरा नामक कम्पनी के द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई है। इगोरा का कहना है इगोरा एवं हिंगोरा का उच्चारण एक सामान है। इगोरा भी जर्मनी की एक कॉस्मेटिक कंपनी है जो भारत में भी कार्य करती है। इस जर्मनी की कंपनी को डर है कि उसके मार्केट में हिंगोरा बॉडी हाउस से बहुत प्रभाव पड़ने वाला है। इसी डर की वजह से इगोरा ने आपत्ति की है, परंतु हिंगोरा जोकि कंपनी के साथ साथ उनके मालिक का पारिवारिक उपनाम भी है। आपत्ति के विरुद्ध हिंगोरा परिवार ने लीगली प्रोसेस करते हुए अपना पक्ष पूरी दमदारी से रख कर लीगल एडवाइजर के माध्यम से जवाब भी दे दिया है। जिसके बाद से स्पष्ट हो गया कि हिंगारा अपने आप में एक ब्रांड है जिसने किसी भी प्रकार का उल्लंघन नहीं किया है और ना ही किसी दूसरी कंपनी के मार्केट से कोई लेना देना है। पेटेंट की प्रकिया भी लगभग “हिंगोरा बॉडी हाउस” पूर्ण होने वाली है, जल्द ही पेटेंट भी प्राप्त हो जाएगा। अफसोसजनक है कि जर्मनी की एक कंपनी जिसने नाम के उच्चारण को लेकर ऐसी स्थिति निर्मित की, फिर भी हिंगोरा परिवार ने इसका विधिवत न्यायिक तरीके से सामना किया और अब उनको पेटेंट भी प्राप्त होने वाला है। सच की सदैव जीत होती है, ये आदिकाल से सत्य था और आज भी सत्य है। हिंगोरा परिवार इसके लिए बधाई के पात्र हैं जिसने न्यायिक तरीके को अपनाया।