छत्तीसगढ़बिलासपुर

भाजपा के खोदापुर पर भूपेश का खोदागढ़ भारी नजर आ रहा है?

पूरे प्रदेश की सड़कों का हाल बेहाल ,गडढे ही गडढे नजर आ रहे है चारो तरफ।

पत्रकार गोविन्द शर्मा की कलम से

कांग्रेस सरकार में भूपेश बघेल वन मेंन शो की भूमिका में यदि आने वाले विधानसभा में कांग्रेस को सीटों का नुकसान होगा उसकी जिम्मेदारी भी भूपेश बघेल की ही होगी।

रायपुर/बिलासपुर -: प्रदेश में इस समय रोडो पर चलना दूभर हो गया है प्रदेश की एक भी सड़क ऐसी नही जिसको मरम्त की आवश्यकता नही है जहाँ देखो गढ्ढे ही गढ्ढे नजर आ रहे ट्रांसपोर्ट का हाल बुरा है दुर्घटनाओं पर दुर्घटना हो रही है गढ्ढो में फंस कर जाम लग रहा है प्रदेश के कई जिलों पर तो समझो रोड ही समाप्त हो चुकी है जब बड़े वाहनो का चलना दूभर हो गया है वही छोटे वाहन तो गढ्ढो में शमा जा रहे है यदि यही हाल रहा तो प्रदेश देश मे सबसे ज्यादा दुर्घटना में सबसे आगे नजर आएगा ।

भाजपा का खोदापुर पर कांग्रेस का खोदागढ़ भारी-:

भूपेश बघेल जब से मुख्यमंत्री बने तब से सरकार का लोक निर्माण विभाग सुस्त सा हो गया है पूरे प्रदेश की सड़कों पर कोई ध्यान ही नही दिया गया जहां आवश्यकता पड़ी थूक पालिस करके उसे मरम्त कर दिया गया लेकिन वो भी अब टिक नही पा रहा है प्रदेश की सड़कों हाल बहुत बुरा है वही भाजपा शासन में बिलासपुर को खोदापुर का नाम दे दिया गया था बिलासपुर भाजपा शासन के समय इतना खुदा हुआ था कि आमजनता ने इसे खोदापुर कहना शुरू कर दिया था वैसे ही अब लगता है प्रदेश की जनता छत्तीसगढ़ को भूपेश बघेल का खोदागढ़ कहने से परहेज नही करने वाली यदि इसी प्रकार सड़को हाल रहा तो आने वाले विधानसभा में इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ सकता है और जिसकी पूरी जिम्मेदारी भूपेश बघेल की होगी क्योंकि इस समय सरकार के मुखिया है और सभी विभाग की चाबी भी एक ही व्यक्ति के पास है सिर्फ नाम मात्र के पदों को प्रभार दिया गया है मतलब मंत्री बनाये तो गए है लेकिन कार्य भूपेश बघेल के अनुसार हो रहे है इसलिए कह सकते है कि यदि विधानसभा चुनाव में सड़कों की खस्ता हाल से सीटों का कोई नुकसान कांग्रेस को होगा तो उसकी जिम्मेदारी भूपेश बघेल की ही होगी ।

सड़को को मरमरत को लेकर भूपेश बघेल का सख्त रुख लेकिन अधिकारी सुस्त ?-:

प्रदेश में खस्ता हाल सड़क से सरकार की करिकिरी चारो तरफ हो रही है आमजन पर सरकार की छवि धूमिल हो रही है जिसको देखते हुए भूपेश बघेल ने सख्त रुख अख्तियार किया हुआ अधिकारियों को सभी सड़को को ठीक करने का आदेश दिया गया लेकिन प्रदेश में अधिकारियों के कान में जूं तक नही रेंग रही है और सड़कों का बुरा हाल बना हुआ है ऐसा लगता है अधिकारी सरकार की छवि खराब करने में कोई कोई कसर नही छोड़ना चाहते है जिसका असर अब दिखाई भी देना शुरू हो गया है आमजनता अब खुले तौर पर सरकार को सड़कों को लेकर खरी खोटी सुनाने लगे है जिसका खामियाजा भूपेश बघेल को आने वाले विधानसभा में दिखाई भी दे सकता है ।