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तेलुगु कम्युनिटी वेलफेयर एसोसिएशन ने किया के वी रामा राव का सम्मान ।

सामाजिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने और लोगों की हर संभव मदद करने के लिए बिलासपुर के वी रामा राव का तेलुगु कम्युनिटी वेलफेयर एसोसिएशन ने राजधानी में किया सम्मान

रायपुर/ बिलासपुर-: तेलुगु कम्युनिटी वेलफेयर एसोसिएशन छत्तीसगढ़ की अखिल भारतीय स्तर की ऑल स्टेट प्रेसिडेंट मीट का आयोजन रायपुर के एक होटल में किया गया। अपनी विलक्षण साहित्य, संस्कृति खानपान ,भाषा, रहन-सहन संगीत, कला, धर्म और परिधान से अपनी अलग पहचान कायम रखने वाले तेलुगु समाज के लोग आज देश और दुनिया भर में फैले हुए हैं। प्रवासी तेलुगू समाज को संगठित करने के प्रयास के साथ आयोजित इस सम्मेलन में बिलासपुर के तेलुगु समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले पूर्व पार्षद, एमआईसी सदस्य, रेलवे सलाहकार समिति के सदस्य और भाजपा नेता वी रामा राव का यहां राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा सम्मान किया गया। बिलासपुर में सभी समाज, संस्कृति और वर्ग को साथ लेकर चलने के साथ तेलुगु संस्कृति का परिचय बिलासपुर से कराने के उनके सद प्रयास के लिए उन्हें यह सम्मान दिया गया। यहां बताया गया कि वी रामा राव द्वारा फुटबॉल स्पर्धा, जगराता, रथ यात्रा, दुर्गा पूजा, गणेश उत्सव, श्री कृष्ण जन्माष्टमी जैसे तमाम उत्सवों और आयोजनों को नया आयाम देने के साथ उगादि, सोलापुरी माता पूजा, ब्रह्म महोत्सव जैसे तमाम कार्यक्रम आयोजित कर बिलासपुर में बसे प्रवासी तेलुगु समाज को अपनी जड़ों से जोड़े रखा। इतना ही नहीं इन आयोजनों के दौरान सांस्कृतिक संध्या, सम्मान समारोह और सह भोज का आयोजन कर उन्होंने सामाजिक समरसता को मजबूत किया।
अलग-अलग क्षेत्रों में बिखरे पड़े तेलुगु समाज को संगठित किया और शहर में उन्हें एक पहचान दी। साथ ही सफल जन प्रतिनिधि के तौर पर उन्होंने रेलवे क्षेत्र और अपने वार्ड का भी प्रतिनिधित्व किया। उनके प्रयास से ही आज बिलासपुर में तेलुगु एवं भारतीय संस्कृति से जुड़े कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। अपने उद्बोधन में वी रामा राव ने कहा कि उनका पूरा जीवन सर्वसमाज को समर्पित है और जहां भी उनकी आवश्यकता पड़ेगी , वे बढ़-चढ़कर अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में सभी भाषा और जाति के लोग रहते हैं उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह प्रवासी होने के दौरान भी अपनी संस्कृति को अक्षुण्ण बनाए रखें और आपस में संगठित रहें।
इस सम्मेलन में देश भर से तेलुगु समाज के अध्यक्ष और सचिव ने भाग लिया। जहां समाज के उत्थान के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस सम्मेलन में दक्षिण भारत के अलावा उत्तर भारत के भी अधिकांश राज्यों से प्रतिनिधि भाग लेने पहुंचे थे।