छत्तीसगढ़बिलासपुर

कांग्रेस का महापौर इसलिए बिल्हा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को शहरी क्षेत्र में नुकसान उठाना पड़ सकता है?


*बिल्हा विधानसभा उन 15 विधानसभा में से एक है जो भाजपा विरोध की लहर के बावजूद भाजपा की झोली में गई थी

*तिफरा सिरगिट्टी जब से बिलासपुर नगर निगम में शामिल तब से विकास को तरस रहा ?*

शहर से लगे इस क्षेत्र में विकास न होना कांग्रेस के लिए इस वर्ष होने वाले विधानसभा में दिक्कत हो सकती है?

(गोविन्द शर्मा की रिपोर्ट)

बिलासपुर :- बिलासपुर से जुड़े 15 गांव को बिलासपुर नगर निगम में शामिल किया गया था जिसमे बिल्हा विधानसभा के तिफरा, सिरगिट्टी ग्राम को भी इसमें शामिल किया गया लेकिन नगर निगम में शामिल होने के बावजूद विकास के मामले में सबसे पीछे, नगर निगम ने इन क्षेत्रों में विकास नही किया और शायद आगे भी इस क्षेत्र की जनता विकास के लिए इंतजार के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही बचा हैं क्योंकि इस वर्ष विधानसभा चुनाव है और जनता में कांग्रेस के प्रति आक्रोश भी देखा जा सकता है क्योंकि इस क्षेत्र में नगर निगम ने जोन कार्यालय बना तो दिया ही लेकिन समस्या का हल नही किया है अवैध कालोनी बनती जा रही है उस पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति होती है इंडस्ट्री एरिया हैं जो शासन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं उनके चलते प्रदूषण के साथ आसपास के रहवासी ज्यादा दिक्कतों का सामना कर रहे हैं लेकिन नगर निगम इन सब पर कार्यवाही करने से पीछे होता नजर आ रहा है जिसका खामियाजा कांग्रेस को आने वाले विधानसभा में चुकाना पड़ सकता है ।

*2018 के विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में जब भाजपा विरोधी की लहर थी उसके बावजूद बिल्हा विधानसभा कांग्रेस हार गई :-*

बिलासपुर के शहरी क्षेत्र से जुड़ा सिरगिट्टी,तिफरा बिल्हा विधानसभा में आता जरूर हे लेकिन शहर से ही जुड़ा हुआ यह क्षेत्र हमेशा से बिल्हा विधानसभा चुनाव में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है जब पूरे प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ माहौल बना हुआ था तब बिल्हा विधानसभा से भाजपा ने कांग्रेस को काफी अंतर से हराया था जबकि शहरी क्षेत्र बिलासपुर विधानसभा कांग्रेस ने जीती थी और पूरे प्रदेश में भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा था और कांग्रेस ने 68 विधायको के साथ मजबूत सरकार बनाई ।