छत्तीसगढ़सारंगढ

तेंदूपत्ता तोड़ने वाले गरीब ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा मेहनताना।

डीएफओ द्वारा बैंक मैनेजर को रुपए हस्तांतरित करने हेतु पत्र लिखने के 10 दिवस बीत जाने के बावजूद तेंदूपत्ता तोड़ने वाले गरीब ग्रामीणों को नहीं मिल सका मेहनताना।

बरमकेला/ सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के परम कला विकासखंड अंतर्गत दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र लिमपाली गांव के तेंदूपत्ता तोड़ने वाले 14 गरीब हितग्राहियों को उनका मेहनत आना आज तक नहीं मिल पाया है। लगभग दो पखवाड़े पूर्व इस मामले की खबर प्राथमिकता से खबर चलाई गई जिसके बाद वन विभाग के अधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सारंगढ़ एसबीआई बैंक के मैनेजर को सभी हितग्राहियों के खाते में हस्तांतरित करने हेतु दिनांक 08/09/2023 को लिखा गया। किंतु 10 दिवस बीत जाने के बावजूद हितग्राहियों को अभी तक राशि नहीं मिल पाई है। ग्रामीण हितग्राहियों का आरोप है कि वन विभाग के द्वारा मेहनताना राशि जारी करने बावजूद उनके खाते पर रूपये हस्तांतरित नहीं हुए हैं। उक्त खबर का फॉलअप के साथ खबर अपडेट के लिए हमने एसबीआई बैंक मैनेजर सारंगढ़ को दूरभाष पर संपर्क कर अपना परिचय देते हुए उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि दूरभाष पर किसी भी प्रकार की जानकारी देने से मना किया गया है।।

14 गरीब हितग्राहियों के नाम और संग्रहित तेंदू पत्तो की गड्डीयां….
मालती चौहान- 480 गड्डी, राधिका चौहान-330 गड्डी, बसंत कुर्रे-700 गड्डी , भारत लाल पटेल-500 गड्डी, किशोर बरीहा-870 गड्डी, सुमित्रा चौहान-2570 गड्डी, तपश्वनी चौहान- 390 गड्डी, लवंगो चौहान-930 गड्डी, विनोदिनी यादव-410 गड्डी, लव सिदार-1100 गड्डी, अजय बरिहा-1100 गड्डी, मिथिला बगर्ती-1070 गड्डी, विनोद कुमार यादव-560, मनोज कुमार यादव-790गड्डी।