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ग्रामीण परेशान सब स्टेशन आपरेटर शराब के नशे में मद मस्त।

नरियरा सब स्टेशन ऑपरेटर शराब पीकर रहता है नशे में धूत सहायक यंत्री के पास शिकायत के बाद भी नहीं हुआ है कार्यवाही

मामला छपोरा वितरण केन्द्र नरियरा सब स्टेशन का है जो इन दिनों खूब सुर्खियों में है वहां का ऑपरेटर परमानंद साहू इन दिनों अपनी लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।ग्रामीणों द्वारा बताया जाता है की वह ड्यूटी के दौरान ही शराब के नशे में धुत्त रहता है शराब के नशे में वह कुछ काम भी नहीं कर पाता है ।जब फोन के माध्यम से संपर्क करते है तो अपना मोबाइल बंद कर रखता हैं। जिससे एक बार लाइन ट्रीप कर जाए उसके बाद लाइन आने में तीन से चार घंटा लगता है जिससे ग्रामीणों किसानों व आम जनता को काफी दिक्कत उठानी पड़ रही है और ऑपरेटर परमानंद साहू जी को इन चीजों से कोई सरोकार नहीं अपने कार्य में हमेशा लापरवाही बरतना अपना दैनिक दिनचर्या बना लिया है ग्रामीणों ने पहले कई बार परमानंद साहू को समझाईस दिया है कि आप ड्यूटी समय में शराब मत पिया करो लेकिन वह नहीं मानता है हद तो तब हो गया जब दिनांक 13/09/2023 को रात्रि 9:00 बजे से लाइन कटा था और 1:00 बजे रात को आया जिसके बाद कुछ ग्रामीण कारण जानने सब स्टेशन गए पर ऑपरेटर द्वारा दरवाजा बंद कर शराब के नशे में अंदर में ही सो गया था ऑपरेटर को कॉल करने पर उसका मोबाइल नंबर स्विच ऑफ आ रहा था इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए लापरवाह ऑपरेटर परमानंद साहू को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर उनके स्थान पर किसी योग्य योग्य आपरेटर की नियुक्ति की कार्यवाही करने के लिए लिखित आवेदन उपभोक्ताओ द्वारा शिकायत 14/09/2023 को सहायक यंत्री हसौद के पास किया गया था आज हफ्ता दिन पूरे होने को है पर सहायक यंत्री द्वारा ऑपरेटर परमानंद साहू पर किसी प्रकार की कार्यवाही करते दिख नही रहा है जिससे ग्रामीण अक्रोशित है कही न कही अधिकारियों के उदासीनता की पोल खोलती नजर आती है तभी तो ऐसे लिखित शिकायत के बावजूद शराबी ऑपरेटर पर कार्यवाही करने से डर रही है।
हसौद क्षेत्र के इलाकों में बिजली की कटौती को लेकर हसौद बिजली विभाग का रवैया जस का तस है।घंटों घंटों में की जा रही है बिजली गुल छपोरा से वितरण होने वाली नरियारा सब स्टेशन में बिजली कटौती का मामला इन दिनों सक्त्ती जिले में खूब चर्चा में है। बिजली विभाग की भारी किरकिरी होने के बावजूद विभाग विद्युत में कटौती जैसे समस्याओं में सुधार न कर पाना विभाग की लापरवाही को दर्शाता रहा है और आम जनता को बिजली की समस्या से जूझने के लिए छोड़ दिया जा रहा है।