छत्तीसगढ़बिलासपुर

बिलासपुर में भूमाफियाओं को मिलेगी राहत या और तेज होगी कार्यवाही…. ?

बिलासपुर में पहली बार महिला एसपी को कमान दी गई ।

दीपक झा एसपी जाने के बाद भूमाफियाओं ने कुछ राहत महसूस की होगी?

(पत्रकार गोविन्द शर्मा की कलम से )

बिलासपुर -: शहर से लगें ग्राम मोपका, लिंगियाडीह,चिल्हाटी,सिरगिट्टी आदि में शासकीय एवं निजी भूमि पर भूमाफियों द्वारा कही का खसरा कही लाकर बैठेने का खेल बड़े पैमाने पर खेला जारहा रहा है जिसकी शिकायत पूर्व में बहुत से पीड़ितों के अलावा समाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस अधीक्षक को की थी लेकिन वर्षी से पड़ी इन शिकायतों को पुलिस अधीक्षक दीपक झा ने संज्ञान लेना शुरू ही किया था की उनका तबादला कर दिया।
पुलिस द्वारा होने वाली कार्यवाहियों से भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया,कुछ की गिरफ्तारी भी हुई कुछ पर बहुत जल्द कार्यवाही होनी बाकी थी। इन कार्यवाहियों से राजस्व के कुछ अधिकारियों पर भी गाज गिरने वाली थी क्योंकि ये जमीनों का खेल इनके बगैर पूरा नही हो सकता था ।

यदि कार्यवाही आगे बढ़ती है तो न जाने कितने राजस्व के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आएगी?

पुलिस अधीक्षक दीपक झा के द्वारा पुलिसिंग का चेहरा बदलना चाहते थे इसका अंदाजा इस बात से ही लगाई जा सकती है कि जैसे ही उन्होंने पदभार ग्रहण किया उनके द्वारा ताबड़तोड़ कार्यवाहियों से शुरू कीगई … उनके ताबड़तोड़ कार्यवाहियों से भूमाफियों के साथ साथ कबाड़ वाले, सट्टा वाले, नाल चलाने वाले, कोल माफियों और नशीली दवाईयों के कारोबारियों की कमर टूट गई थी ।
पुलिस द्वारा की जाने वाली कार्यवाहियों को देखते हुए दबे जुबान ही सही पर आम लोगों में पुलिस अधिक्षक बिलासपुर द्वारा की जाने वाली कार्यवाहियाँ चर्चा का विषय बन चुकी थी ।

बिलासपुर में पहली बार महिला पुलिस अधीक्षक को पदस्त किया गया है , बिलासपुर हमेशा राजनीतिक रूप से ज्यादा दवाब वाला जिला रहा है ।
ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि
पूर्व पुलिस अधीक्षक एसपी दीपक झा द्वारा पुलिसिंग का चेहरा बदलने हेतु किये गए प्रयासों को वर्तमान पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर कितना आगे बढ़ा पाती है ।