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महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की 125 वीं जयंती पर विशेष… (नितिन सिन्हा)

महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की 125 वीं जयंती पर विशेष…

आजाद हिंद फौज के संस्थापक एवं महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें शत्-शत नमन और आप सभी पराक्रम दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।

भारत में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले देशभक्तों की कमी नही रही है। परन्तु यह भी उतना ही बड़ा सच है कि नेताजी जैसा दृढ़ संकल्प,अतुलनीय साहस,उत्कृष्ठ नेतृत्व,त्याग,बलिदान और महान समर्पण भाव का राष्ट्रवादी कोई दूसरा नही हुआ।। यही वजह है कि हम और हमारी आने वाली कई पीढियां अपने जीवन पर्यंत तक नेताजी के त्याग और बलिदान के प्रति कृतज्ञ रहेंगे।

स्वतंत्रता संग्राम के लिए महात्‍मा गांधी से प्रेरित होकर नेताजी ने कुछ अलग करने की ठान ली थी। हालांकि उनके इस निर्णय के बाद बापू और नेताजी के मध्य वैचारिक भिन्नता आ गई थी। परन्तु बापू को सर्वप्रथम राष्ट्रपिता से सम्बोधन करने वाले नेताजी ने कोहिमा की लड़ाई में बापू से ही जीत का आशीर्वाद लिया था।

फिर उन्‍होंने सिंगापुर में दिल्‍ली चलो का नारा दिया था। अंग्रेजी सेना से हुई कई बार की सीधी जंग में उन्‍होंने अंग्रेजों को न केवल कड़ी टक्‍कर दी और उन्हें हराया भी था।
अब तक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी ने अपनी पहचान अपने देश के अलावा दुनिया के अन्य देशों के बीच एक निडर फौजी,देशभक्‍त व्‍यक्ति और बेहतरीन नेतृत्व कर्ता के रूप में स्थापित कर ली थी। नेताजी का जन्‍म 23 जनवरी 1897 मतलब आज ही के दिन कटक में हुआ था। हालांकि उनकी मौत पर से पर्दा आज तक नहीं उठ सका। उनके निधन को लेकर तरह-तरह की बातें सामने आती रही हैं। नेताजी भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम में शामिल होने वाले अग्रणी सेनानियों में से एक और सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति रहे हैं।

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान आपने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने और भारत को आजादी दिलाने के मकसद से आजाद हिंद फौज का गठन किया था। उस वक्‍त उन्‍होंने नारा दिया था तुम मुझे खून दो, मैं तुम्‍हें आजादी दूंगा। जिसका सीधा सा अर्थ था कि देश की आजादी की लड़ाई में उस समय उन्हें अपना सर्वश्व न्‍यौछावर करने वाले लोग चाहिए थे।। तभी विशाल अंग्रेजी साम्राज्य से आजादी ली जा सकती है। उनके इस एक नारे के बाद देश-विदेश में रह रहे हजारों भारतीय नागरिक उनसे आ जुड़े थे।

“तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा”

पुनः भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की 125 वीं जयंती पराक्रम दिवस पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।
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नितिन सिन्हा..