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उद्योगों में ठेका मजदूरों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा- राजेश सिंह अध्यक्ष(इंटक)

उद्योगों में ठेका मजदूरों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा- राजेश सिंह अध्यक्ष(इंटक)

रायगढ़ । राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) जिला अध्यक्ष राजेश सिंह के दिशा निर्देशन पर इंटक के ब्लॉक खरसिया अध्यक्ष महेश पटेल ने औद्योगिक कारखाने में ठेका श्रमिकों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया. ठेका श्रमिकों के हालात की जमीनी सच्चाई जब मजदूरों द्वारा बताई गई. जिसमे ठेकेदारों के अधीनस्थ काम करने वाले श्रमिकों की हालत बहुत दयनीय है! श्रमिकों का न्यूनतम दर, सुरक्षा उपकरण, बैंक पेमेंट नहीं है. राज्य कर्मचारी बीमा भविष्य निधि का लाभ मजदूरों को नहीं मिल रही है, कंपनी प्रबंधन सब जानते हुए भी मौन व्रत धारण किए हुए हैं, जिससे स्पष्ट होता है कि श्रम कानून का उल्लंघन कंपनी प्रबंधन ठेकेदारों की मनमानी बेलगाम है।

राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के खरसिया ब्लॉक अध्यक्ष महेश पटेल ने ठेका श्रमिकों के साथ हो रहे अन्याय अत्याचार के संबंध में सहायक श्रम आयुक्त, जिलाध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक एवं जिला रायगढ़ इंटक अध्यक्ष राजेश सिंह को शिकायत लिखित रूप में दिए हैं। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि ठेका श्रमिकों को 12 घंटे से अधिक कार्य कराया जाता है एवं 8 घंटे के हिसाब से शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी दर से भी कम दिया जाता है! तथा मजदूरों को समय पर भुगतान नहीं दिया जाता! ठेका श्रमिकों को राज्य कर्मचारी बीमा भविष्य निधि का लाभ नहीं मिल रहा! ठेका मजदूरों को सुरक्षा उपकरण नहीं दिया जाता तथा नियम की अनदेखी होती है जो दुर्घटना का कारण बनती है! ठेकेदार के अधीन काम करने वाले श्रमिकों की मनमानी छटनी भी की जाती है तथा, लाभ, लिव, बोनस नहीं दिया जाता है!

वर्जन… महेश पटेल…
राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के ब्लॉक अध्यक्ष महेश पटेल ने कहा कि समस्याओं का निराकरण एवं ठेका कंपनी की मनमानी पर रोक नहीं लगी तो क्षेत्रीय विधायक एवं उच्च शिक्षामंत्री उमेश पटेल एवं श्रम मंत्री छत्तीसगढ़ शासन से मिलकर स्थिति से अवगत कराया जाएगा।

जिला अध्यक्ष राजेश सिंह
जिले भर के उद्योगों में ठेका मजदूरों का लंबे समय से शोषण होता रहा है, 12- 12 घंटे तक मजदूरी ली जाती है तथा शासन द्वारा निर्धारित मजदूरी दर भी नहीं दिया जाता है! सुरक्षा उपकरणों में कमी की वजह से बे समय मजदूरों का इंतकाल हो रहा है, मजदूर स्वास्थ्य सुविधाओं से भी वंचित हैं, मजदूरों के हक और अधिकारो की रक्षा के लिए मैंने जिले भर के सभी ब्लॉक अध्यक्ष और पदाधिकारियों को अपने विकास खंडों में भ्रमण कर मजदूरों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं और मजदूरों के साथ हो रहे शोषण के विरुद्ध मुहिम चलाने के निर्देश दिए हैं! ठेका श्रमिकों के साथ अन्याय, अत्याचार, बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा! शासन प्रशासन जनप्रतिनिधियों को अवगत कराने के बाद भी अगर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होगी तो राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) मजदूरों के हक और संवैधानिक अधिकार के की रक्षा के लिए सड़क की लड़ाई भी लड़ने को तैयार है, तथा मजदूर भाइयों के साथ इंटक सड़क पर उतर कर बृहद और उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होगा!