छत्तीसगढ़बिलासपुर

मेरा कटा तो सबका कटेगा, नियम सबके लिए बराबर।

*एस पी के वाहन का चालान सकारात्मक कदम,जो नियम तोड़ेगा उसका चालान कटेगा।*

*एस पी ने चालान पटाकर एक मैसेज दिया नियम सबके लिए बराबर।*

(अंचलिक पत्रकार गोविन्द शर्मा की रिपोर्ट )

बिलासपुर :- प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा शहर जहाँ ट्रैफिक का दबाव बहुत रहता है और हमेशा चर्चा में रहने वाला बिलासपुर ट्रैफिक की समस्या से हमेशा से जूझता रहा है आये दिन मिडिया खबर के. माध्यम से ट्रैफिक सुधारने की और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो का. ध्यान खींचती रही है लेकिन ये समस्या को इतनी बड़ी बनाने में कुछ हाथ तो शहर की जनता को भी जाता है उन्हें भी समझना पड़ेगा सिंगनल पर आपको पूरा नियम के साथ पास करना है,बिलासपुर जिस गति से बढ़ रहा है उस गति से शासन प्रशासन व्यवस्था नहीं दे पा रहा है जिसके चलते समस्या का हल नहीं हो पा रहा था जहाँ देखो शाम और सुबह दोनों समय ट्रैफिक का दबाव ज्यादा रहता है इस समय सभी अपने काम में जाने, और लौटने का कार्य करते है उसमे स्कुल के बसों से लेकर शासकीय वाहन, प्रायवेट वाहन सब सड़क में रहते है और ट्रैफिक का. दबाव बढ़ जाताहै सभी को जल्दी रहती है जिसके चलते शहर जाम की स्थिति में बदल जाता है और गिने चुने ट्रैफिक पुलिस टीम पूरी ताकत लगा देती है बिलासपुर में जितने की जरूरत है उससे कम संख्या में होने के बावजूद कार्य किया जा रहा है जिस पर शासन प्रशासन में बैठे उच्चधिकारियो को देखना चाहिए की ट्रैफिक जवानो की संख्या बढ़ाई जाये और व्यवस्था ठीक की जाये।

एस पी के वाहन का चालान सकारात्मक जो नियम तोड़ेगा उसका चालान कटेगा :-

बिलासपुर एस पी रजनेश सिंह बिलासपुर को लेकर काफ़ी जिम्मेदारी से कार्य करते नजर आ रहे है गिने चुने एस पी बिलासपुर में आये जो सड़क में उतरकर कार्य करने में अपना कर्तव्य समझते रहे है वो चाहे कोई त्यौहार हो आंदोलन हो या कोई हादसा हुआ हो सभी जगहों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है उसमे एक नाम हमेशा रजनेश सिंह जी का भी लिया जायेगा उन्होने बिलासपुर में कानून व्यवस्था को संभालने में कोई कमी नहीं छोड़ी है जिससे लगता है वो कानून व्यवस्था को लेकर कितने गंभीर है उसका ताज़ा उदाहरण इस समय बिलासपुर ही नहीं पुरे छत्तीसगढ़ में चर्चा का विषय बना हुआ है वो है उनके वाहन को रेड लाइट क्रास होने के कारण चालान का कटना मतलब उनके अधीनस्थ कर्मचारी जानते थे की उनके वरिष्ठ की गाड़ी है चालान की बात दबाई जा सकती थी लेकिन पुलिस अधीक्षक महोदय ने इसे एक सकारात्मक मैसेज के तौर पर आमजनता के बीच लाने का कार्य किया की उनकी पुलिस व्यवस्था में सभी एक बराबर है जो भी नियम तोड़ेगा उसको उसकी सजा मिलेगी वो चाहे वाहन हो या कानून व्यवस्था तोड़ने वाले सब पर कार्यवाही होंगी और उन्होंने अपने वाहन के दो हजार के चालान को भी पटाया।