छत्तीसगढ़बिलासपुर

हैलो सर…डांगी सर बोल रहे है … मैं जोधपुर के जवाहर थाना से बोल रहा हूं…सर हमारे यहां छत्तीसगढ़ से एक बच्ची पहुंची है …

हैलो सर…डांगी सर बोल रहे है … मैं जोधपुर के जवाहर थाना से बोल रहा हूं…सर हमारे यहां छत्तीसगढ़ से एक बच्ची पहुंची है …

खासखबर बिलासपुर। हैलो सर…डांगी सर बोल रहे है … मैं जोधपुर के जवाहर थाना से बोल रहा हूं…सर हमारे यहां छत्तीसगढ़ से एक बच्ची पहुंची है…यह सिर्फ फोनिक वार्तालाप नही बल्कि हकीकत है…और एक गुम हुई लड़की की वास्तविक कहानी भी है…जिसका जीता जागता उदाहरण है सोशल मीडिया। अगर इसका सही तरीके और बेहतर ढंग से उपयोग किया जाय तो फिर क्या नही हो सकता….देखा जाए तो सोशल मीडिया वह माध्यम है जिससे पल भर में इंसान किसी से भी संपर्क कर सकता है…और सोशल मीडिया की अगर बात की जाए तो फिर प्रदेश और देश भर में अगर सबसे ज्यादा कोई सक्रिय रहता है तो वह है आईपीएस अफसर रतन लाल डाँगी….दरसल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में रेंज के आईजी के रूप में पदस्थ रतन लाल डाँगी जो फिटनेस जॉगिंग,व्यायाम, सामाजिक कार्यो के माध्यम से लोगो को जागरूक करने का काम बखूबी करते है,बस इसी का नतीजा है कि आईजी के सोशल मीडिया में सक्रिय रहने और नम्बर शेयर करने से एक लड़की सकुशल मिल गयी और उसकी जान भी बच गयी….असल मे मामला जीपीएम जिले का है जहां से हाल ही में एक नाबालिग लड़की गायब हो गई और वह ट्रेन के रास्ते से राजस्थान के जोधपुर पहुँच गयी….

लेकिन वो कहते है न कि जाको राखे साईंया मार सके न कोय…. फिर क्या नाबालिग लड़की जोधपुर के जवाहर थाना के एक सब इंस्पेक्टर को मिल गयी,उन्होंने भी देखा कि एक लड़की है जो परेशान है और डरी हुई है,सब इंस्पेक्टर को आभास हुआ कि यह लड़की पक्का बाहर से आई हुई है और भागकर आई है,सब इंस्पेक्टर ने अपनी मानवता का परिचय देते हुए उस नाबालिग लड़की से बात की और पता पूछा…. डरी सहमी लड़की ने किसी तरह वर्दीधारी सब इंस्पेक्टर को अपनी कहानी बताई,और बतलाया की वह बिलासपुर जिले के पास गौरेला पेंड्रा तरफ की रहने वाली है, फिर क्या सब इंस्पेक्टर को भी समझते देर नही लगी और उन्होंने तुरन्त सोशल मीडिया FACEBOOK और ट्विटर खोला और बिलासपुर आईजी रतन लाल डाँगी का मोबाइल नंबर निकाल लिया…(जिस पर आईजी ने अपना सरकारी नम्बर सार्वजनिक किया था) और उसके बाद सब इंस्पेक्टर ने आईजी से फोनिक संपर्क किया…तब आईजी ने भी उस सब इंस्पेक्टर से पूछा कि आपको मेरा नम्बर कैसे
और किस तरह से मिला…तो सब इंस्पेक्टर ने भी मज़ेदार जवाब दिया…जो वाकई काबिले तारीफ रहा…. सब इंस्पेक्टर ने सबसे पहले तो यह बोला कि साहब आपको कौन नही जानता…और आपका नम्बर मुझे ट्विटर, FACEBOOK से मिला है…इसलिए आपको फोन किया कि एक नाबालिग लड़की की मदद करनी है….आईजी साहब ने भी तुरन्त जीपीएम एसपी से संपर्क कर उक्त नाबालिग लड़की के बारे में जाना और टीम गठन कर राजस्थान के जोधपुर भेजा…

आईजी बिलासपुर की तत्परता से गुम हुई नाबालिग लड़की परिजनों को सकुशल मिल जाएगी।

इधर आईजी से जब हमने संपर्क किया तो उन्होने कहा कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग न हो बल्कि सही उपयोग हो तो आमजनों को इसका लाभ मिलता है…

दरअसल आपको यहां पर यह भी बता दे कि ऐसे कई अफसर है जो अपना मोबाइल नम्बर किसी को नही देते या फिर सार्वजनिक नही करते….और तो और जब नम्बर मांगो तो नम्बर मिल जाएगा लेकिन फोन नही उठेगा….पंरतु आज जो हुआ वह आईजी बिलासपुर की दूरदर्शिता और सिर्फ सोशल मीडिया में उनकी सक्रियता की वजह से गुम हुई नाबालिग लड़की बरामद हुई है।